पब्लिक स्वर/ महाराष्ट्र में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री एकनाश शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है वही महाराष्ट्र की महायुती सरकार ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है। सूत्रों कि माने तो महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग में उक्त फैसला लिया गया है, वही इस फैसले को जारी करते हुए कहा गया कि वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में देशी गाय की स्थिति, मानव आहार में देशी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति तथा जैविक कृषि प्रणालियों में देशी गाय के गोबर एवं गोमूत्र के महत्वपूर्ण स्थान को ध्यान में रखते हुए देशी गायों को अब से "राज्यमाता गोमाता" घोषित करने की मंजूरी दी गई है। विदित हो कि चुनाव आयोग की टीम 28 सितंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची थी इस दौरान निर्वाचन आयोग की टीम ने कई राजनीतिक दलों और अधिकारियों के साथ अहम बैठक कीं। वही चुनाव आयोग ने बताया कि महाराष्ट्र में 26 नवंबर से पहले चुनाव कराना होगा, क्योंकि नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है वही महाराष्ट्र की स्थिति की समीक्षा करने के बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी भी दी थी। इधर मुख्य चुनाव आयुक्त की माने तो पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात की गई और सभी कानून प्रवर्तन अधिकारियों संग बैठक की गई हमने उन्हें कई निर्देश दिए हैं।
राज्य सरकार ने गाय को दिया राज्यमाता का दर्जा,जाने क्या रही इसके पीछे की वजह

