पब्लिक स्वर/ गूगल ने अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड पर आधारित डिवाइस इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को महत्वपूर्ण बातों के प्रति चिंता जाहिर की है। वही गूगल कि माने तो एंड्रॉयड डिवाइस में कई जीरो-डे खामियां मौजूद हैं, जिसकी सहायता से हैकर्स को इनमें अपराध करने का मौका मिल सकता है। जिसको लेकर गूगल ने नए सिक्योरिटी अपडेट के जरिए करीब 46 खामियों को ठीक किया है। जानकारी है कि गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप (TAG) के क्लेमेंट लेसिग्ने ने इन खामियों का पता लगाया है और यही वजह है कि गूगल ने इन्हें जल्दी ठीक करने का प्रयास किया है। वही जब तक यूजर्स इस अपडेट को इंस्टॉल नहीं करते, तब तक उनके डिवाइस पर हैकिंग अटैक का खतरा मंडराता रहता है। इधर शोधकर्ताओं की टीम के अनुसार हैकर्स पहले से ही रिमोट कोड एक्जीक्यूशन (RCE) खामी का फायदा उठाकर यूजर्स को हानि पहुंचा रहे हैं। साथ ही जानकारी है कि लिनक्स कर्नेल से जुड़ी खामी की मदद से हमलावरों को कोर एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म में यूजर्स को हानि पहुंचाने का अवसर मिल रहा था। जिसके कारण वे सरलता से डिवाइस के नेटवर्क कनेक्शन को बदलकर उन्हें अपने सर्वर से लिंक कर सकते थे और डिवाइस में दुर्भावनापूर्ण कंटेंट या ऐप इंस्टॉल कर सकते थे। वही गूगल ने सभी यूजर्स को लेटेस्ट अपडेट डाउनलोड करके इंस्टॉल करने की सलाह दी है। ज्ञात हो कि डिवाइस को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट रखने से सिर्फ उसकी परफॉर्मेंस और बैटरी ऑप्टिमाइजेशन बेहतर नही होती बल्कि अपडेट के जरिए ऐसी सुरक्षा खामियां भी ठीक हो जाती हैं। साथ ही फोन में मौजूद ऐप्स को भी लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट रखना जरूरी है। क्योंकि जीरो-डे खामियां वो होती हैं, जिनकी मदद से बड़े पैमाने पर डिवाइस को साधा जा सकता है। ऐसे में Google की तरफ से स्मार्टफोन निर्माताओं को एक नोटिफिकेशन भेजा गया है और वो भी जल्द से जल्द अपने यूजर्स के लिए अपग्रेड को रोल आउट करेंगे।